खुद में हम कुछ इस तरह खो जाते है Admin रातो की शायरी, दर्द << रब उसे ऐसी तन्हाई न दे कैसे कटी है रात कोई जानता... >> खुद में हम कुछ इस तरह खो जाते है,बीती हुयी यादो को लेकर रो जाते है,नींद नहीं आती रातो में पर,उनको ख्वाब में देखने के लिए सो जाते है. Share on: