किसी दर्द को संभल पाना आसान नहीं Admin ज़िन्दगी शायरी हिन्दी, दर्द << जब भी होगी पहली बारिश तुम... मैं उसके ख्वाबों में शायद... >> किसी दर्द को संभलपाना आसान नहीं,हस्ते हुए हरपल बितापाना आसान नहीं,ज़िन्दगी में हर कोई दिलमें नहीं बस पाता ,और उस एक बसे हुए कोभूल पाना आसान नहीं. Share on: