मेरी ख़ामोशी में सन्नाटा भी है और शोर भी है Admin ख़ामोशी शायरी, दर्द << तेरी बेखी को भी तबा दया ह... काश…!! एक खवाहिश पूरी हो ... >> मेरी ख़ामोशी में सन्नाटा भी है और शोर भी है...तुमने देखा ही नहीं ठीक से... इन आँखों में कुछ और भी है. Share on: