मिलके बिछडऩा दस्तूर है जिंदगी का Admin जिंदगी और शायरी, दर्द << आंसूं पीते हैं प्यास बुझा... वफा के बदले बेवफाई ना दिय... >> मिलके बिछडऩा दस्तूर है जिंदगी का,एक यही किस्सा मशहूर है जिंदगी का,बीते हुए पल कभी लौट कर नहीं आते,यही सबसे बड़ा कसूर है जिंदगी का। Share on: