मुझे को अब तुझ से भी मोहब्बत नहीं रही Admin दर्द << तू नहीं तो ये नज़ारा भी ब... निकाल दिया उसने हमें >> मुझे को अब तुझ से भी मोहब्बत नहीं रही,आई ज़िंदगी तेरी भी मुझे ज़रूरत नहीं रही,बुझ गये अब उस के इंतेज़ार के वो जलते दिए,कहीं भी आस-पास उस की आहट नहीं रही| Share on: