मुस्कुरा देता हूँ अक्सर देखकर पुराने मैसेज तेरे Admin सच झूठ शायरी, दर्द << दर्द इतना था शामिल जिंदगी... आज़ाद कर दिया हे हमने भी उ... >> मुस्कुरा देता हूँ अक्सरदेखकर पुराने मैसेज तेरे,,,तू झूठ भी कितनीसच्चाई से लिखती थी... Share on: