नज़र में उनकी रहती है बुलंदी आसमानों को Admin बाप पर शायरी, दर्द << आकर जहाँ को मेरे रौशन कभी... आज मेरी ज़िन्दगी यूँ रुक- ... >> नज़र में उनकी रहती है बुलंदी आसमानों कोबलंदी से जिन्हें गिरने का अंदाज़ा नहीं होताकुचल देती दिल माँ बाप का बच्चों की गुस्ताखीमगर बच्चों को इस सदमे का अंदाज़ा नहीं होता Share on: