प्यार मुझसे जो किया तुमने तो क्या पाओगीमेरे हालात की आंधी में बिखर जाओगीरंज और दर्द की बस्ती का मैं बाशिन्दा हूँये तो बस मैं हूँ के इस हाल में भी ज़िन्दा हूँख़्वाब क्यूँ देखूँ वो कल जिसपे मैं शर्मिन्दा हूँमैं जो शर्मिन्दा हुआ तुम भी तो शरमाओगीक्यूं मेरे साथ कोई और परेशान रहेमेरी दुनिया है जो वीरान तो वीरान रहेज़िन्दगी का ये सफ़र तुमको तो आसान रहेहमसफ़र मुझको बनाओगी तो पछताओगीएक मैं क्या अभी आयेंगे दीवाने कितनेअभी गूंजेगे मुहब्बत के तराने कितनेज़िन्दगी तुमको सुनायेगी फ़साने कितनेक्यूं समझती हो मुझे भूल नही पाओगी