"हर मुलाकात पर वक्त का तकाज़ा हुआ Admin तकिया शायरी, दर्द << दर्द हैं दिल मैं पर इसका ... हाथ में उसको कलम का आना अ... >> "हर मुलाकात पर वक्त का तकाज़ा हुआ..हर याद पे दिल का दर्द ताजा हुआ....सुनी थी सिर्फ हमने गज़लों मे जुदाई की बातें..अब खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ." Share on: