"कब्र के सन्नाटे में से एक आवाज़ आयी Admin आवाज़ शायरी, दर्द << ऐ जिंदगी खत्म कर अब मौत का खौफ नही मुझे >> "कब्र के सन्नाटे में से एक आवाज़ आयी,. . .किसी ने फूल रखके आंसूं की दो बूंद बहायी,. . .जब तक था जिंदा तब तक ठोकर खायी,. . .अब सो रहा हूं तो उसको मेरी याद आयी...।" Share on: