रातों की तन्हाई में हु दिल की शमा जलाये रोते रोते सहर हुई नींद आँखों से Admin रोते रोते शायरी, दर्द << टूटेंगे नहीं उम्मीद के ता... आवारगी में अपना ठिकाना कह... >> रातों की तन्हाई में हु दिल की शमा जलायेरोते रोते सहर हुई नींद आँखों से उड़ जाएजब से हुई मोहब्बत ऐ जाने वफ़ालगता है हर पल तेरी यादों में खो जाए. Share on: