सोचा था इस कदर उनको भूल जाएँगे Admin अनदेखा शायरी, दर्द << "तन्हाई का उसने मंज़र नहीं... महफील भी रोयेगी >> सोचा था इस कदर उनको भूल जाएँगे,देखकर भी अनदेखा कर जाएँगे,पर जब जब सामने आया उनका चेहरा,सोचा एस बार देखले, अगली बार भूल जाएँगे….. Share on: