तुम्हारी एक हंसी और एक खुशी को सोचकर ही हम Admin हंसी मजाक शायरी, दर्द << था तुमसे इश्क भी इतना तुम... मगर तुम पे ही मरते हैं मो... >> तुम्हारी एक हंसी और एक खुशी को सोचकर ही हमभुला देते जो आंसू थे भुला देते थे अपने ग़म Share on: