मोहब्बत हर इंसान को आज़माती है Admin मुस्कुराती शायरी, दूरियां << दूरियों की न परवाह कीजिए बहुत दूर मगर बहुत पास रहत... >> मोहब्बत हर इंसान को आज़माती हैकिसी से रूठ जाती है पर किसी पर मुस्कुराती हैमोहब्बत खेल ही ऐसा हैकिसी का कुछ नही जाता किसी का सब कुछ चला जाता है। Share on: