तूफ़ान में बिखरते चले गए Admin अलविदा दोस्तो शायरी, दूरियां << तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर र... तूफ़ान में बिखरते चले गएतन्हाई की गहराईयों में उतरते चले गएजन्नत थी हर शाम जिन दोस्तों के साथएक-एक कर सब दूर होते चले गए। Share on: