रब ने नवाजा हमें जिंदगी देकर Admin नाज़ शायरी, दोस्ती << अगर बिकी तेरी दोस्ती दोस्ती से कीमती कोई जागीर... >> रब ने नवाजा हमें जिंदगी देकरऔर हम शौहरत मांगते रह गयेजिंदगी गुजार दी शौहरत के पीछेफिर जीने की मौहलत मांगते रह गये।ये कफन, ये जनाज़े, ये कब्र, सिर्फ बातें हैं मेरे दोस्त,वरना मर तो इंसान तभी जाता है जब याद करने वाला कोई ना हो...!! Share on: