अच्छे लोगों की इज्जतकभी कम नहीं होती।सोने के सौ टुकड़े करो,फिर भी कीमतकम नहीं होती।भूल होना "प्रकृति " है, मान लेना "संस्कृति" है, सुधार लेना "प्रगति" है,ये रास्ते ले ही जाएंगे....मंजिल तक, तू हौसला रख, कभी सुना है कि अंधेरे ने सुबह ना होने दी हो..!!!