अगर चाँद में छाया न होता पेड़ के निचे साया न होता कहड़ मच जाती इस दुनियां Admin शायरी की दुनिया, प्रेम << पलकों पे एक आस लगा रखा है... सुनहरे दिन और चाँदनी राते... >> अगर चाँद में छाया न होतापेड़ के निचे साया न होताकहड़ मच जाती इस दुनियां में गरनकाब से चेहरा छुपाया न होता...... Share on: