बड़ी मुद्दत से चाहा है तुम्हें Admin शायरी किस्मत पर, प्रेम << बता नराज है कोशिश कीजिये हमें याद करन... >> बड़ी मुद्दत से चाहा है तुम्हेंबड़ी दुआओं से पाया है तुम्हेंतुझे भुलाने का सोचु भी कैसेकिस्मत की लकीरों से चुराया है तुम्हें! Share on: