बुझे जो सिर्फ तुमसे वो प्यास बन जाओ ढुढता फिरे हर कोई वो तलाश बन जाओ Admin इतिहास पर शायरी, प्रेम << उसकी नफरत भरी नजरों के ती... कभी यादें >> बुझे जो सिर्फ तुमसे वो प्यास बन जाओढुढता फिरे हर कोई वो तलाश बन जाओ,मत सोचो तुम पर कोई कहानी लिखी जाएतुम खुद दुनिया के लिए इतिहास बन जाओ. Share on: