दरवाजें बड़े करवाने है। मुझे अपने आशियाने के।। क्योकि कुछ दोस्तो का कद बड़ा हो गया है Admin पैसे की शायरी, प्रेम << सुना है बहुत बारिश है तुम... साथ भले ही मंज़िल तक ना थ... >> दरवाजें बड़े करवाने है।मुझे अपने आशियाने के।।क्योकि कुछ दोस्तो का कद बड़ा हो गया है ....चार पैसे कमाने से"। Share on: