हमने दिल को लाख समझाया Admin सांस पर शायरी, प्रेम << हम तो तुझे चाहते हैं हर प... चाहत तेरी पहचान है मेरी >> हमने दिल को लाख समझायाकि उन्हें याद करना छोड़ दोपर दिल ने कहा उन्हें कैसे छोड़ दूंजो सांसों में बसा हो, तो सांस लेना कैसे छोड़ दूं।.. Share on: