हम कबुल करते है कि अब हमें पहले सी फुरसत नही मिलती मगर Admin फुरसत शायरी, प्रेम << रिवाज़ तो यही है दुनिया का... खुदा ने मुझसे कहा तू चाहे... >> हम कबुल करते है कि अब हमें पहले सी फुरसतनही मिलती मगर,येभी तो सोचों कि जब हम तुम्हे यादकरते है तो सारा जहां भुल जाते है..!! Share on: