इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयी प्रेम << कहा ये किसी ने कि फूलों स... चाहने से प्यार नहीं मिलता >> इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयीढूंढ रहे थे हम जिन्हें उन से बात हो गयीदेखते ही उन को जाने कहाँ खो गए हमबस यूँ समझो वहीं से हमारे प्यार की शुरुआत हो गयी। Share on: