कोई शब्द पकाता है Admin रोटी शायरी इन हिंदी, प्रेम << जो लोग एक तरफा प्यार करते... चिराग खुशियों के कब से बु... >> कोई शब्द पकाता है, पर पेट नहीं भरता,कोई रोज हराता है अधिकार नहीं करता …मिट्टी की दुनिया में, रोटी की चाहत से,कोई रोज टूटता है आवाज नहीं करता Share on: