महकती हुई एक शाम हो तुम Admin सीने में दर्द शायरी, प्रेम << कुछ सोचु तो आपका ख़याल आ ... हम से पूछना हे तो सितारों... >> महकती हुई एक शाम हो तुम,झलकता हुआ प्यारा सा एक जाम हो तुम,हमेशा अपने सिने से लगाए रखते है तुमको,क्यूंकी मेरी ज़िंदगी का प्यार हो तुम..! Share on: