नज़र ठहरी है इक चेहरे पे जा कर मैं खुश हूँ आज इस महफ़िल में आ Admin प्रेमिका को शायरी, प्रेम << किसी ने मुझसे पूछा क पल भी सोती नहीं आँखे >> नज़र ठहरी है इक चेहरे पे जा करमैं खुश हूँ आज इस महफ़िल में आ करजमाना ढूँढता है मुझ को.... मुझ मेंमैं तुझ में खो गया हूँ.. तुझ को पा कर Share on: