पहले कभी ये यादें ये तनहाई ना थी Admin यादें की शायरी, प्रेम << "कब्र के सन्नाटे में से ए... दोस्ती फूल से करोगे तो म... >> पहले कभी ये यादें ये तनहाई ना थी, कभी दिल पे मदहोशी छायी ना थी, जाने क्या असर कर गयीं उसकी बातें, वरना इस तरह कभी याद किसी की आयी ना थी।" Share on: