उसकी पलकों से आँसू को चुरा रहे थे हम उसके ग़मोको हंसींसे सजा रहे थे हम जलाया Admin हंसी की शायरी, प्रेम << कभी उसको नजरअंदाज न करो ज... ये आरजू नहीं की किसी को भ... >> उसकी पलकों से आँसू को चुरा रहे थे हमउसके ग़मोको हंसींसे सजा रहे थे हमजलाया उसी दिए ने मेरा हाथजिसकी लो को हवासे बचा रहे थे हम Share on: