न पूछो हालत मेरी रूसवाई के बाद Admin गुमनाम शायरी, बेवफ़ाई << वो आज करती है नज़र अंदाज़... बिकती है ना ख़ुशी कहीं और ... >> न पूछो हालत मेरी रूसवाई के बाद,मंजिल खो गयी है मेरी, जुदाई के बाद,नजर को घेरती है हरपल घटा यादों की,गुमनाम हो गया हूँ गम-ए-तन्हाई के बाद!! Share on: