तुम्हारा जिस्म कोई छीन ले मुझसे Admin प्यारा दोस्त शायरी, बेवफ़ाई << लफ्ज़ों के इत्तेफाक में ब... तन्हाई में चले गए जब तू न... >> तुम्हारा जिस्म कोई छीन ले मुझसे,मगर मेरा दिल तुम्हारा हैतुम अपना सब कुछ गैरों पेलुटाओ, ये सितम भी हमें प्यारा हैजहां तेरी जुस्तजू है, तेरीमंजिल है, तेरी ख्वाहिश है, आरजू हैअपने हर ख्वाब को हमनेउन्हीं आईनों में तो संवारा है... Share on: