तेरे बगैर इस मौसम में वो मजा कहाँ Admin बारिश का मौसम शायरी, मौसम << ये गुलाबी ठंड सहम उठते हैं कच्चे मकान >> तेरे बगैर इस मौसम में वो मजा कहाँकाँटों की तरह चुभती है, दिल में बारिश की बूंदे। Share on: