होठों पर उल्फत के फ़साने नहीं आते Admin हमदर्दी शायरी, रिश्ते << दर्द के बिना आँसू बहाए नह... एक फूल अक्सर बाघ सज़ा देत... >> होठों पर उल्फत के फ़साने नहीं आतेजो बीत गए फिर वो दीवाने नहीं आतेदोस्त ही होते हैं दोस्तों के हमदर्दकोई फ़रिश्ते यहाँ साथ निभाने नहीं आते। Share on: