महकता हुआ जिस्म तेरा गुलाब जैसा है Admin महकती शायरी, शराब << मेरे दिल के कोने से एक आव... ग़म इस कदर मिला कि घबरा के... >> महकता हुआ जिस्म तेरा गुलाब जैसा हैनींद के सफर में तू एक ख्वाब जैसा हैदो घूँट पी लेने दे आँखों के इस प्याले सेनशा तेरी आँखों का शराब के जाम जैसा है। Share on: