मैं थोड़ी देर तक बैठा रहा उसकी आँखों के मैखाने में Admin मयखाने शायरी, शराब << न गुल खिले हैं न उन से मि... आए थे हँसते खेलते मय-ख़ान... >> मैं थोड़ी देर तक बैठा रहा उसकी आँखों के मैखाने मेंदुनिया मुझे आज तक नशे का आदि समझती है। Share on: