तू चंदर मुखी मैं सूर्यमुखी हास्य << हकीकत समझो या फसाना सवेरा क्या हुआ >> तू चंदर मुखी मैं सूर्यमुखीतू भी दुखी मैं भी दुखीतू छत से नीचे कूद जातू भी सुखी मैं भी सुखी! Share on: