बित गया वो जमाना जब अंजाने मेँ प्यार होता था Admin पैसे की शायरी, हुस्न << दीदार ये यार करके हमे अपन... दिल ने फिर याद किया बर्क़... >> बित गया वो जमाना जब अंजाने मेँ प्यार होता था,और.,हद उसकी सासो पे खतम होती थी...अब तो हुस्न का जमाना है यार,और.,पैसे मे हर दिल को तोला जाता है...! Share on: