दो चिरागों को आग मिल जाए दो दीवानों की आंख मिल जाए हुस्न और इश्क पास बैठे Admin शायरी दीवानो की, हुस्न << मेरी तन्हाई मिटाने वाला क... जिस दिल पे इश्क का दाग है... >> दो चिरागों को आग मिल जाएदो दीवानों की आंख मिल जाएहुस्न और इश्क पास बैठे होंकोई तो ऐसी शाम मिल जाएदोनों रूहों का कुदरती रिश्ताकाश दोनों को खबर मिल जाएदर्द कम न हो कभी इस दिल मेंचांद को भी तो दाग मिल जाए Share on: