क्यों तुम मेरे ख्यालों में आकर चली जाती हो Admin जुल्फ की शायरी, हुस्न << चुप ना होगी हवा भी लोग समझते हैं कि मैं तुम्... >> क्यों तुम मेरे ख्यालों में आकर चली जाती हो?अपनी जुल्फों को बिखराकर चली जाती हो!रग रग में उमड़ आता हैतूफान हुस्न का,तुम जो फूल सा मुस्कुराकर चली जाती हो!I miss you Share on: