मोहब्बत तेरी सूरत से नहीं Admin तेरे हुस्न शायरी, हुस्न << माना की बड़ा ही खुबसूरत ह... क्यों तुम मेरे ख्यालों मे... >> मोहब्बत तेरी सूरत से नहीं‘तेरे किरदार’ से है…।।।।शौक अगर हुस्न का होता,तो थाईलैंड चलेजाते.. Share on: