दिल में हसरतो को दबा कर जीते हे Admin खुशियाँ शायरी फेसबुक, अन्य << गुजरते लम्हों में सदियाँ ... रात चुप हे मगर चाँद खामोस... >> दिल में हसरतो को दबा कर जीते हे,अपने गम को दुनिया से छुपाकर जीते है,क्या लूटेगा ज़माना खुशियो को हमारी,हम खुशियाँ दूसरों पर लुटा कर जीते है… Share on: