जब तक शीशा था Admin अन्य << ज़रूरी नहीं हर बात पर कई रिश्तों को परखा तो नती... >> जब तक शीशा था, लोगों ने बहुत तोड़ा,जिस दिन पत्थर बना, लोगों ने देवता मान लिया।.. Share on: