जनाब ताकद तो अल्फाजो मैं होनी चाहिए Admin हैप्पी होली शायरी, अन्य << यूँ तो ऐ ज़िंदगी तेरे सफर... देर रत जब किसी की याद सता... >> जनाब ताकद तो अल्फाजो मैं होनी चाहिए,आवाज मैं नही। क्योंकि फसल तो बरसात मैं होती है,बाढ़ मैं तो अच्छी फसलो को भी मिटते देखा है। Share on: