लानत है ऐसे पीने पर हज़ार बार Admin पिक शायरी, अन्य << जल के आशियाँ अपना ख़ाक हो ... दुनिया ये मुहब्बत को >> लानत है ऐसे पीने पर हज़ार बारदो घूंट पीकर ठेके पर ही लंबे पसर गये। Share on: