लब तो खामोश रहेंगे ये वादा है तुमसे मेरा खफा पर शायरी, इज़हार << मैंने पूछा कैसे जान जाते ... ये कश्मकश है ज़िंदगी की >> लब तो खामोश रहेंगे ये वादा है तुमसे मेराअगर कह दें कुछ निगाहें तो खफा ना होना! Share on: