मेरी जिंदगी अब तेरी गली में तेरी बंदगी अब तेरी गली में तेरे शहर में भटका बहुत Admin जिंदगी मौत शायरी, इश्क << साईं न जइयो छोड़ के मुझको... गिरके ना ये फिर संभल जाए ... >> मेरी जिंदगी अब तेरी गली मेंतेरी बंदगी अब तेरी गली मेंतेरे शहर में भटका बहुत हूंये आवारगी अब तेरी गली मेंदिल से नजर तक तू छा गईखोजूं मैं खुद को तेरी गली मेंतू मेरे ख्वाबों की कमसिन परीदेखता हूं तुझे मैं तेरी गली में Share on: