बेवफा बनकर कैसे जी लेते हैं लोग हंसकरइस राज को जानने में ही हस्ती फन्ना हो Admin बेवफा शायरी हिन्दी मे, दर्द << दिन घुटे घुटे जलते हुए दिल को और मत जला... >> बेवफा बनकर कैसे जी लेते हैं लोगहंसकरइस राज को जानने में ही हस्ती फन्ना हो गया मैंकब तक भरम में रखूं खुद कोदुनिया कहने लगी की तू तो बेवफा हो गया Share on: