दिल आखिर तू क्यों रोता है,जब-जब दर्द का बादल छाया,तब ये तनहा दिल मेरा बहुत रोया,दिल आखिर तू क्यों रोता है,जब ग़म का साया लहराया,तब ये दिल खून के आंसू रोया,दिल आखिर तू क्यों रोता है,जब आंसूं पलकों तक निकल आये,तब ये दिल तड़प तड़प के रोया,दिल आखिर तू क्यों रोता है,जब यह तनहा दिल घबराया,दिल को हमने बहुत समझाया,दिल आखिर तू क्यों रोता है,दिल आखिर तू क्यों रोता है