मुझे आज भी याद हैवो दिनअपनी मुलाकात के,मुझे आज भी याद हैवो वादेंअपनी हर एक बातके,सच है दुनिया मेंसबको वो नही मिलताजिसकी फ़रियादहोती है,तन्हयियों मेभी किसी कि दुनियाआवाद होती हैं,भले ही तू आज इसदिल के किसी कोने मेंया तेरी यादें दफ़नहो गयी हैं,पर इनआँखों का क्या करेंजो आजभी तेरा इन्तेज़ारकरती हैं,आज तुअपनी दुनिया मे खुशहैंऔर मैं अपनीपर फ़िर भी एकसवालजो मैं हमेशा खुद सेपूंछ्ता रहता हूं"क्या मैं खुश हूं ?"