दिल की उम्मीदों का हौंसला तो देखो Admin अहसास पर शायरी, प्रेम << गीले काग़ज़ की तरह है ज़ि... किसी दर्द को संभल पाना आस... >> दिल की उम्मीदों का हौंसला तो देखो ,इंतजार उसका ......जिसको अहसास तक नहीं .....!जब दील कहै तबी खुद को बदलना हैं ना कीसी के लीये ना कीसी वजह से... !! Share on: